Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 25, 2018 आसमाँ से आयी थी... लौट गयी वहाँ चाँदनी! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 15, 2018 कभी यह ख़फ़ा..कभी वह नाराज़ परेशान अभिव्यक्ती और प्यार! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 11, 2018 नफ़रत बढ़ रहें जहाँ में.. चाहतां हूँ बस प्यार फ़ैले! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 08, 2018 प्रपोज़ डे पर लिखा ... इश्क़ तो हुस्नवालों से हो जाता है.. इज़हार-ए-मोहब्बत कर नहीं पाते! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 07, 2018 आज के रोज़ डे पर लिखा... उसे कौनसा नज़र करे ग़ुलाब? ज़ीनत है वह गुलशन-ए-हुस्न! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 07, 2018 वैलेंटाइन दिनों में खास: या हबीबी, तुम ही हो जहांन-ए-इश्क़.. सुकून-ए-दिल और हयाती! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 07, 2018 गूँजते थे जहाँ प्यार के तराने वह ताज़ अब क्या क्या सूने! - मनोज 'मानस रूमानी' Read more
Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps February 05, 2018 मोहब्बत मज़हब है प्यार करनेवालों का इंसानियत क्यूँ न हो कुचलनेवालों का? - मनोज 'मानस रूमानी' Read more